डॉ बाबासाहेब अंबेडकर का भारतीय संविधान निर्माण में योगदान-प्रा डॉ संघप्रकाश दुड्डे
डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का भारतीय संविधान निर्माण में योगदान और संविधान की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
### **1. संविधान निर्माण में डॉ. अंबेडकर की भूमिका**
डॉ. अंबेडकर को **"भारतीय संविधान का शिल्पकार"** कहा जाता है क्योंकि उन्होंने संविधान प्रारूप समिति (Drafting Committee) के अध्यक्ष के रूप में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने:
- **संविधान का प्रारूप तैयार किया** और इसे संविधान सभा के समक्ष प्रस्तुत किया ।
- **समानता, स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय** के सिद्धांतों को संविधान में शामिल किया ।
- **दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों** के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रावधान किए ।
- **संविधान सभा में विभिन्न विवादित मुद्दों** पर बहस का नेतृत्व किया और सर्वसम्मति बनाने में सहायता की ।
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### **2. भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएँ**
भारतीय संविधान की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
#### **क. लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ढाँचा**
- **"हम भारत के लोग"** से शुरू होने वाली प्रस्तावना में **समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व** के सिद्धांत निहित हैं ।
- **धर्मनिरपेक्षता** को संविधान का मूलभूत ढाँचा बनाया गया, जिससे सभी धर्मों को समान सम्मान मिलता है ।
#### **ख. मौलिक अधिकार और राज्य के नीति निदेशक तत्व**
- **मौलिक अधिकार (अनुच्छेद 12-35):** समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता आदि ।
- **राज्य के नीति निदेशक तत्व (अनुच्छेद 36-51):** सामाजिक-आर्थिक न्याय, समान कार्य के लिए समान वेतन, महिलाओं के अधिकार आदि ।
#### **ग. संघीय व्यवस्था और शक्तियों का विभाजन**
- **केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का विभाजन** (संघ सूची, राज्य सूची, समवर्ती सूची) ।
- **राष्ट्रपति (कार्यपालिका), संसद (विधायिका) और न्यायपालिका** के बीच शक्तियों का संतुलन ।
#### **घ. सामाजिक न्याय और आरक्षण**
- **अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और पिछड़े वर्गों (OBC)** के लिए शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण ।
- **हिंदू कोड बिल** के माध्यम से महिलाओं को संपत्ति और विवाह में समान अधिकार दिलाने का प्रयास ।
#### **ङ. संविधान की अखंडता और निष्पक्षता**
- **न्यायपालिका की स्वतंत्रता** (उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों को संवैधानिक संरक्षण) ।
- **संविधान संशोधन प्रक्रिया (अनुच्छेद 368)** के माध्यम से परिवर्तनशीलता और स्थायित्व का संतुलन ।
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### **3. डॉ. अंबेडकर के अन्य महत्वपूर्ण योगदान**
- **आर्थिक नीतियाँ:** भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका ।
- **श्रमिक अधिकार:** 8 घंटे कार्यदिवस, महिला श्रमिकों के लिए सुरक्षा प्रावधान ।
- **जल नीति:** दामोदर घाटी परियोजना, हीराकुंड बाँध जैसी योजनाओं का निर्माण ।
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### **4. निष्कर्ष**
डॉ. अंबेडकर का संविधान निर्माण में योगदान अद्वितीय था। उन्होंने न केवल एक **लोकतांत्रिक, न्यायपूर्ण और समावेशी संविधान** बनाया, बल्कि **दलितों, महिलाओं और श्रमिकों** के अधिकारों को सुरक्षित किया। आज भारत की **एकता, अखंडता और संवैधानिक मूल्य** उनके दूरदर्शी विचारों का परिणाम हैं ।
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