भारतीय संविधान की विशेषता

भारतीय संविधान एक विस्तृत और समृद्ध दस्तावेज़ है जो देश के शासन, नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों, तथा सरकार के विभिन्न अंगों के कार्यों को परिभाषित करता है। 
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### **1. भारतीय संविधान की संरचना और विशेषताएँ**
- **कुल अनुच्छेद (कलम):**  
  मूल संविधान में **395 अनुच्छेद** थे, जो 22 भागों में विभाजित थे। वर्तमान में इसमें **470 अनुच्छेद** (25 भागों में) और **12 अनुसूचियाँ** शामिल हैं ।
- **महत्वपूर्ण विशेषताएँ:**
  - **लंबा लिखित संविधान:** विश्व का सबसे विस्तृत संविधान, जिसमें सरकार के सभी पहलुओं का विवरण है .
  - **विविध स्रोतों से प्रेरित:** ब्रिटेन (संसदीय प्रणाली), अमेरिका (मौलिक अधिकार), आयरलैंड (नीति निदेशक तत्व), कनाडा (संघीय ढाँचा) आदि से विचार लिए गए .
  - **कठोरता और लचीलेपन का मिश्रण:** कुछ प्रावधानों को संशोधित करना आसान है, जबकि कुछ के लिए विशेष बहुमत की आवश्यकता होती है .

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### **2. सरकार के अंगों के अधिकार और कार्य**
#### **राष्ट्रपति**
- **कार्यपालिका प्रमुख:** संघ की कार्यपालिका शक्ति राष्ट्रपति में निहित है। वह प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की सलाह से कार्य करता है .
- **विशेष अधिकार:**  
  - संसद को संबोधित करना, आपातकाल लागू करना, सेना का सर्वोच्च कमांडर होना।  
  - मंत्रियों, न्यायाधीशों और राज्यपालों की नियुक्ति करना .

#### **प्रधानमंत्री**
- **वास्तविक कार्यपालिका:** मंत्रिपरिषद का नेतृत्व करता है और लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होता है .
- **अधिकार:**  
  - नीतियों का निर्माण, सरकार के कार्यों का समन्वय, राष्ट्रपति को सलाह देना।  
  - संसद में बहुमत सिद्ध करने पर सरकार चलाने का अधिकार .

#### **न्यायपालिका**
- **स्वतंत्रता:** संविधान की व्याख्या करने और कानूनों की समीक्षा करने का अधिकार .
- **महत्वपूर्ण भूमिका:**  
  - मौलिक अधिकारों की रक्षा।  
  - सरकारी निर्णयों की वैधता की जाँच .

#### **कार्यपालिका**
- **संरचना:** राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद मिलकर कार्यपालिका बनाते हैं .
- **कर्तव्य:** कानूनों को लागू करना और प्रशासनिक कार्य संभालना .

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### **3. डॉ. बी.आर. अंबेडकर का योगदान**
- **संविधान निर्माण:** डॉ. अंबेडकर **संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष** थे। उन्होंने संविधान के मसौदे को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई .
- **सामाजिक न्याय:**  
  - दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों को संविधान में शामिल करवाया।  
  - मौलिक अधिकारों और नीति निदेशक तत्वों को सुनिश्चित किया .
- **धर्मनिरपेक्षता:** संविधान को धर्म-निरपेक्ष बनाने में उनका योगदान अहम था .

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### **4. संविधान का महत्व**
- **लोकतांत्रिक ढाँचा:** सरकार के तीनों अंगों (विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका) के बीच शक्तियों का संतुलन .
- **नागरिक अधिकार:** समानता, स्वतंत्रता और न्याय की गारंटी .
- **संशोधन योग्यता:** समय के साथ बदलावों को समायोजित करने की क्षमता .

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### **निष्कर्ष**
भारतीय संविधान एक जीवंत दस्तावेज़ है जो देश की एकता और विविधता को संतुलित करता है। डॉ. अंबेडकर के नेतृत्व में इसे इस तरह डिज़ाइन किया गया कि यह सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करते हुए सरकार को प्रभावी ढंग से काम करने में सक्षम बनाता है। संविधान की व्यापकता और लचीलापन ही इसे विश्व का सबसे प्रशंसित संविधान बनाता है।

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