B.A.-I Sem-I: Minor DSC2-T1 Sahitya Suman Bhag-1-23MN03111 PO-CO मैपिंग

यहाँ PO (Program Outcomes) और CO (Course Outcomes) के बीच सुसंगत मिलान (Alignment) NAAC के मानकों के अनुसार प्रस्तुत किया गया है।  

CO-PO मैट्रिक्स (सुसंगतता मानचित्रण)

| **CO**  | **PO1**<br>(अनुशासनात्मक ज्ञान) | **PO2**<br>(संचार कौशल) | **PO3**<br>(आलोचनात्मक चिंतन) | **PO4**<br>(समस्या समाधान) | **PO5**<br>(विश्लेषणात्मक तर्क) | **PO6**<br>(शोध-संबंधी कौशल) | **PO7**<br>(सहयोग/टीम वर्क) | **PO8**<br>(वैज्ञानिक तर्क) | **PO9**<br>(चिंतनशील चिंतन) | **PO10**<br>(सूचना/डिजिटल साक्षरता) | **PO11**<br>(स्व-निर्देशित शिक्षण) | **PO12**<br>(बहुसांस्कृतिक क्षमता) | **PO13**<br>(नैतिक जागरूकता) | **PO14**<br>(नेतृत्व तत्परता) | **PO15**<br>(आजीवन शिक्षण) |
|---------|-------------------------------|------------------------|-----------------------------|---------------------------|-----------------------------|------------------------------|-------------------------|----------------------|----------------------|-------------------------------|----------------------------|---------------------------|----------------------|---------------------|---------------------|
| **CO1** (भाषा के बदलते रूपों की जानकारी) | ✔ | ✔ | ✔ | - | ✔ | ✔ | - | - | ✔ | ✔ | ✔ | ✔ | - | - | ✔ |
| **CO2** (हिंदी भाषा की विशिष्टता) | ✔ | ✔ | ✔ | - | ✔ | - | - | - | ✔ | - | - | ✔ | - | - | ✔ |
| **CO3** (भाषा-गत मूल्यों का व्यवहारिक प्रयोग) | ✔ | ✔ | - | - | - | - | ✔ | - | ✔ | - | - | ✔ | ✔ | - | ✔ |
| **CO4** (सैद्धांतिक व व्यावहारिक मूल्यांकन) | ✔ | ✔ | ✔ | ✔ | ✔ | - | - | - | ✔ | - | - | - | ✔ | - | ✔ |
| **CO5** (हिंदी साहित्य की विविध विधाएँ) | ✔ | ✔ | ✔ | - | ✔ | - | ✔ | - | ✔ | - | - | ✔ | - | - | ✔ |
| **CO6** (सामाजिक बदलाव में भाषा की भूमिका) | ✔ | ✔ | ✔ | ✔ | - | - | ✔ | - | ✔ | - | - | ✔ | ✔ | ✔ | ✔ |

सुसंगतता की व्याख्या: 
1. **CO1** – भाषा के बदलते रूपों की जानकारी:  
   - **PO1, PO2, PO3, PO5, PO6, PO9, PO10, PO11, PO12, PO15** से संबंधित है, क्योंकि इसमें भाषाई ज्ञान, संचार, आलोचनात्मक चिंतन, विश्लेषण, शोध कौशल, डिजिटल साक्षरता और बहुसांस्कृतिक समझ शामिल है।  

2. CO2 – हिंदी भाषा की विशिष्टता:  
   - PO1, PO2, PO3, PO5, PO9, PO12, PO15** से जुड़ा है, क्योंकि इसमें भाषा की विशेषताओं को समझने के लिए अनुशासनात्मक ज्ञान, संचार और आलोचनात्मक चिंतन की आवश्यकता होती है।  

3. CO3 – भाषा-गत मूल्यों का व्यवहारिक प्रयोग:  
   - PO1, PO2, PO7, PO9, PO12, PO13, PO15** से संबंधित है, क्योंकि इसमें नैतिक मूल्यों, सहयोग और बहुसांस्कृतिक समझ का समावेश है।  

4. CO4 – भाषा का सैद्धांतिक व व्यावहारिक मूल्यांकन:  
   - PO1, PO2, PO3, PO4, PO5, PO9, PO13, PO15** से जुड़ा है, क्योंकि इसमें समस्या-समाधान, विश्लेषण और नैतिक जागरूकता शामिल है।  

5. CO5 – हिंदी साहित्य की विविध विधाएँ:  
   - PO1, PO2, PO3, PO5, PO7, PO9, PO12, PO15** से संबंधित है, क्योंकि इसमें साहित्यिक विश्लेषण, टीमवर्क और सांस्कृतिक समझ शामिल है।  

6. CO6 – सामाजिक बदलाव में भाषा की भूमिका:  
   - PO1, PO2, PO3, PO4, PO7, PO9, PO12, PO13, PO14, PO15** से जुड़ा है, क्योंकि इसमें नेतृत्व, नैतिकता, सामाजिक प्रभाव और बहुसांस्कृतिक दृष्टिकोण शामिल है।  

NAAC के लिए उपयोगिता: 
- यह मैट्रिक्स दर्शाता है कि पाठ्यक्रम के परिणाम (CO) कार्यक्रम के उद्देश्यों (PO) से कैसे जुड़े हैं।  
- प्रत्येक CO कम से कम 3-5 PO से मैप किया गया है, जो NAAC की गुणवत्ता आवश्यकताओं को पूरा करता है।  
- शोध, नैतिकता, संचार और आजीवन सीखने जैसे मापदंडों पर विशेष ध्यान दिया गया है।  

इस प्रकार, यह CO-PO Alignment NAAC मूल्यांकन के लिए उपयुक्त है।

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