तुलसीदास का साहित्यिक परिचय-प्रा डॉ संघप्रकाश दुड्डे
तुलसीदास हिंदी साहित्य के महान कवि और भक्तिकाल की रामभक्ति शाखा के प्रमुख स्तंभ हैं। उनका जन्म **संवत् 1589 (सन् 1532 ई.)** में राजापुर, बांदा जिले (उत्तर प्रदेश) में हुआ माना जाता है, हालाँकि कुछ विद्वान इनका जन्मस्थान सोरों (एटा, उत्तर प्रदेश) भी बताते हैं। इनके बचपन का नाम **रामबोला** था।
### **प्रमुख रचनाएँ:**
1. **रामचरितमानस** – अवधी भाषा में रचित यह महाकाव्य भगवान राम की गाथा पर आधारित है और हिंदू धर्म का एक पवित्र ग्रंथ माना जाता है। इसमें सात कांड (बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुन्दर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड) हैं।
2. **विनय पत्रिका** – भक्ति भाव से ओतप्रोत स्तुतियों का संग्रह।
3. **कवितावली** – रामकथा पर आधारित कविताएँ।
4. **गीतावली** – कृष्ण भक्ति से प्रेरित पद्य रचनाएँ।
5. **दोहावली** – नीति और भक्ति से संबंधित दोहे।
6. **हनुमान चालीसा** – हनुमान जी की स्तुति में लिखा गया प्रसिद्ध भक्ति गीत।
### **साहित्यिक विशेषताएँ:**
- तुलसीदास ने **अवधी और ब्रजभाषा** दोनों में रचनाएँ कीं।
- उनकी भाषा सरल, मधुर और भावपूर्ण है।
- उन्होंने **भक्ति, ज्ञान और वैराग्य** को अपने साहित्य का मूल आधार बनाया।
- **रामचरितमानस** को "हिंदी का बाइबल" कहा जाता है, जिसमें लोकमंगल और आदर्श जीवन के सिद्धांतों का वर्णन है।
### **मृत्यु:**
तुलसीदास का निधन **संवत् 1680 (सन् 1623 ई.)** में काशी (वाराणसी) में हुआ माना जाता है।
तुलसीदास का साहित्य आज भी भारतीय जनमानस को प्रेरणा देता है और उनकी रचनाएँ धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
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