मैं किसकी औरत हूं" सविता सिंह लिखित कविता की समीक्षा कीजिए?

"मैं किसकी औरत हूं" सविता सिंह लिखित कविता एक शक्तिशाली और विचारोत्तेजक कविता है, जो स्त्री की पहचान, स्वतंत्रता और अधिकारों पर प्रश्न उठाती है।
**कविता की विशेषताएं:**
1. **नारीवादी दृष्टिकोण**: कविता में नारीवादी दृष्टिकोण से स्त्री की पहचान, स्वतंत्रता और अधिकारों की खोज की गई है।
2. **आत्म-संदेह और आत्म-खोज**: कविता में कवयित्री अपनी पहचान और स्थिति के बारे में संदेह और खोज की भावना व्यक्त करती है।
3. **सामाजिक दबाव और अपेक्षाओं का विरोध**: कविता में सामाजिक दबाव और अपेक्षाओं के खिलाफ आवाज उठाई गई है, जो स्त्री की स्वतंत्रता और अधिकारों को सीमित करते हैं।
4. **स्त्री की मुक्ति की आकांक्षा**: कविता में स्त्री की मुक्ति और स्वतंत्रता की आकांक्षा व्यक्त की गई है, जिससे वह अपने जीवन को अपने तरीके से जी सके।
"मैं किसकी औरत हूं" सविता सिंह लिखित कविता की समीक्षा यह है:
**मुख्य विषय**: स्त्री की पहचान, स्वतंत्रता और अधिकारों की खोज

**कविता के मुख्य बिंदु:**
1. स्त्री की पहचान और स्वतंत्रता की खोज
2. आत्म-संदेह और आत्म-खोज की भावना
3. सामाजिक दबाव और अपेक्षाओं का विरोध
4. स्त्री की मुक्ति और स्वतंत्रता की आकांक्षा
**निष्कर्ष नारी की विडंबना और नारी के प्रति एक मनोभाव और नारी का सम्मान इस कविता में स्पष्ट होता है

Comments

Popular posts from this blog

काल के आधार पर वाक्य के प्रकार स्पष्ट कीजिए?

10 New criteria of NAAC and its specialties - Dr. Sangprakash Dudde, Sangameshwar College Solapur

जन संचार की परिभाषा ,स्वरूप,-डॉ संघप्रकाश दुड्डेहिंदी विभाग प्रमुख,संगमेश्वर कॉलेज सोलापुर (मायनर हिंदी)