तुम्हारी स्मृति- रेखा चित्र माखनलाल चतुर्वेदी रेखा चित्र को स्पष्ट कीजिए

"तुम्हारी स्मृति" रेखा चित्र माखनलाल चतुर्वेदी जी द्वारा रचित एक सुंदर रेखा चित्र है, जिसमें उन्होंने अपनी प्रियतमा की स्मृति को चित्रित किया है।
इस रेखा चित्र में चतुर्वेदी जी ने अपनी प्रियतमा के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया है, जैसे कि:
* उसकी आँखों की गहराई और सुंदरता
* उसके बालों की लंबाई और कालिमा
* उसके होंठों की मुस्कान और सुंदरता
* उसके चेहरे की खूबसूरती और आकर्षण
चतुर्वेदी जी ने इस रेखा चित्र में अपनी प्रियतमा के प्रति अपने प्रेम और श्रद्धा को व्यक्त किया है, और उसकी स्मृति को अमर बनाने का प्रयास किया है।
रेखा चित्र की शैली में लिखी कुछ पंक्तियाँ यह हैं:
"तुम्हारी स्मृति मेरे मन में बसी है
एक मधुर सपने की तरह खिली है
तुम्हारी आँखों की गहराई में डूब जाऊँ
तुम्हारे बालों की लंबाई में खो जाऊँ"
यह रेखा चित्र हिंदी साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और प्रेम और स्मृति की भावना को सुंदरता से व्यक्त करता है।

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