नैक के 10 नए क्राइटेरिया और उसकी विशेषता -डॉ संघप्रकाश दुड्डे, संगमेश्वर कॉलेज सोलापुर

नैक के 10 नए  क्राइटेरिया  और उसकी विशेषता -डॉ संघप्रकाश दुड्डे, संगमेश्वर कॉलेज सोलापुर 

नैक (NAAC) ने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की ग्रेडिंग प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। नए क्राइटेरिया के अनुसार, मूल्यांकन के लिए निम्नलिखित 10 क्राइटेरिया निर्धारित किए गए हैं:
1करिकुलम एस्पेक्ट्स: पाठ्यक्रम की योजना, विकास, और समृद्धि।
2टीचिंग-लर्निंग और इवैल्यूएशन: शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया, शिक्षकों की गुणवत्ता, और मूल्यांकन की पद्धतियाँ।
3रिसर्च, इनोवेशन और एक्सटेंशन: अनुसंधान गतिविधियाँ, नवाचार, और सामुदायिक सेवा कार्यक्रम।
4इंफ्रास्ट्रक्चर और लर्निंग रिसोर्सेज: संस्थान की भौतिक सुविधाएँ, पुस्तकालय, आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर, और अन्य लर्निंग रिसोर्सेज।
5स्टूडेंट सपोर्ट और प्रोग्रेशन: छात्रों के लिए उपलब्ध सहायता सेवाएँ, करियर गाइडेंस, और छात्रों की प्रगति।
6गवर्नेंस, लीडरशिप और मैनेजमेंट: संस्थान की प्रशासनिक संरचना, नेतृत्व की गुणवत्ता, और प्रबंधन की प्रक्रियाएँ।
7इंस्टीट्यूशनल वैल्यूज़ और बेस्ट प्रैक्टिसेज: संस्थान की नैतिकता, सामाजिक जिम्मेदारी, और सर्वोत्तम प्रथाएँ।
8फाइनेंशियल मैनेजमेंट और रिसोर्स मोबिलाइजेशन: वित्तीय प्रबंधन और संसाधनों की जुटान।
9इंडस्ट्री इंटरफेस और प्लेसमेंट: उद्योग के साथ संबंध और प्लेसमेंट सेवाएँ।
10इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सिस्टम: आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रणाली।
इन क्राइटेरिया के आधार पर नैक संस्थानों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करता है और उन्हें ग्रेड प्रदान करता है1।
1करिकुलम एस्पेक्ट्स: पाठ्यक्रम की योजना, विकास, और समृद्धि में नैक को क्या अपेक्षित है
नैक (NAAC) के “करिकुलम एस्पेक्ट्स” क्राइटेरिया के तहत, संस्थानों से निम्नलिखित अपेक्षाएँ होती हैं:
1पाठ्यक्रम की योजना और विकास:
पाठ्यक्रम को डिजाइन करने में विभिन्न हितधारकों (जैसे छात्र, शिक्षक, उद्योग विशेषज्ञ) की भागीदारी।
पाठ्यक्रम को नियमित रूप से अद्यतन करना ताकि वह वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप हो।
2अकादमिक फ्लेक्सिबिलिटी:
छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों और विषयों में विकल्प देने की क्षमता।
क्रॉस-डिसिप्लिनरी और इंटरडिसिप्लिनरी पाठ्यक्रमों की उपलब्धता।
3करिकुलम एनरिचमेंट:
पाठ्यक्रम को समृद्ध बनाने के लिए अतिरिक्त गतिविधियाँ और कार्यक्रम, जैसे सेमिनार, वर्कशॉप, और इंडस्ट्री विजिट्स।
नैतिकता, पर्यावरणीय जागरूकता, और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करना।
4फीडबैक सिस्टम:
छात्रों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों से नियमित रूप से फीडबैक लेना।
फीडबैक के आधार पर पाठ्यक्रम में आवश्यक सुधार करना।
इन बिंदुओं के आधार पर नैक संस्थानों का मूल्यांकन करता है और उन्हें ग्रेड प्रदान करता है।
2टीचिंग-लर्निंग और इवैल्यूएशन: शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया, शिक्षकों की गुणवत्ता, और मूल्यांकन की पद्धतियाँ में नैक को निम्नलिखित अपेक्षित है
NAAC  के अनुसार, टीचिंग-लर्निंग और इवैल्यूएशन में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
1शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया:
शिक्षण विधियों की विविधता और प्रभावशीलता।
छात्रों की भागीदारी और सक्रियता को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियाँ।
ई-लर्निंग और डिजिटल संसाधनों का उपयोग।
2शिक्षकों की गुणवत्ता:
शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता और अनुभव।
शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रम।
शिक्षकों की शोध और प्रकाशन गतिविधियाँ।
3मूल्यांकन की पद्धतियाँ:
सतत और व्यापक मूल्यांकन (Continuous and Comprehensive Evaluation)।
आंतरिक और बाह्य मूल्यांकन की पारदर्शिता और निष्पक्षता।
छात्रों की प्रगति और प्रदर्शन का नियमित मूल्यांकन।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है I
3रिसर्च, इनोवेशन और एक्सटेंशन: अनुसंधान गतिविधियाँ, नवाचार, और सामुदायिक सेवा कार्यक्रम में नैक को क्या अपेक्षित है
NAAC  के अनुसार, रिसर्च, इनोवेशन और एक्सटेंशन में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
1अनुसंधान गतिविधियाँ:
अनुसंधान परियोजनाओं के लिए संसाधनों का संग्रहण और उपयोग।
2अनुसंधान प्रकाशन और पुरस्कार।
अनुसंधान के लिए सुविधाओं का प्रावधान और प्रोत्साहन।
3नवाचार:
नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण।
4बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) और उद्यमिता पर कार्यशालाओं और सेमिनारों का आयोजन।
5नवाचार और ज्ञान/प्रौद्योगिकी के सृजन और हस्तांतरण के लिए पहल।
6सामुदायिक सेवा कार्यक्रम (एक्सटेंशन एक्टिविटीज):
सामुदायिक सेवा गतिविधियों के परिणाम और छात्रों को सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाना।
7एनएसएस/एनसीसी के माध्यम से सामुदायिक सेवा कार्यक्रमों का आयोजन।
8सामुदायिक सेवा गतिविधियों के लिए प्राप्त पुरस्कार और मान्यताएँ।
9सहयोग (कोलैबोरेशन):
अन्य संस्थानों और उद्योगों के साथ सहयोग और समझौता ज्ञापन (MoUs)।
छात्र/शिक्षक विनिमय और सहयोगात्मक अनुसंधान।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है I
4इंफ्रास्ट्रक्चर और लर्निंग रिसोर्सेज: संस्थान की भौतिक सुविधाएँ, पुस्तकालय, आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर, और अन्य लर्निंग रिसोर्सेज में नैक को निम्नलिखित अपेक्षित है
NAAC के अनुसार, इंफ्रास्ट्रक्चर और लर्निंग रिसोर्सेज में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
1भौतिक सुविधाएँ (Physical Facilities):
शिक्षण और सीखने के लिए पर्याप्त कक्षाएँ, प्रयोगशालाएँ, और कंप्यूटिंग उपकरण।
2सांस्कृतिक गतिविधियों और खेल के लिए सुविधाएँ।
ICT-सक्षम सुविधाएँ जैसे स्मार्ट क्लासरूम और लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (LMS)।
3पुस्तकालय (Library as a Learning Resource):
पुस्तकालय का स्वचालन और डिजिटल सुविधाएँ।
4ई-संसाधनों और पत्रिकाओं की पर्याप्त सदस्यता।
पुस्तकालय का प्रभावी उपयोग और छात्रों और शिक्षकों द्वारा उपयोग की निगरानी।
5आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर (IT Infrastructure):
आईटी सुविधाओं का नियमित अद्यतन और पर्याप्त इंटरनेट बैंडविड्थ।
6छात्र- कंप्यूटर अनुपात।
7ई-कंटेंट विकास के लिए सुविधाएँ।
8कैम्पस इंफ्रास्ट्रक्चर का रखरखाव (Maintenance of Campus Infrastructure):
9भौतिक और शैक्षणिक सुविधाओं के रखरखाव पर खर्च।
रखरखाव और उपयोग की नीतियाँ।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है I
5स्टूडेंट सपोर्ट और प्रोग्रेशन: छात्रों के लिए उपलब्ध सहायता सेवाएँ, करियर गाइडेंस, और छात्रों की प्रगति में नैक  को निम्नलिखित अपेक्षित है
NAAC  के अनुसार, स्टूडेंट सपोर्ट और प्रोग्रेशन में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
छात्र सहायता सेवाएँ (Student Support Services):
2छात्रवृत्तियाँ और वित्तीय सहायता: संस्थान, सरकार, और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा प्रदान की गई छात्रवृत्तियों और वित्तीय सहायता।
2क्षमता विकास और कौशल संवर्धन कार्यक्रम: सॉफ्ट स्किल्स, भाषा और संचार कौशल, जीवन कौशल (योग, शारीरिक फिटनेस, स्वास्थ्य और स्वच्छता), और आईसीटी/कंप्यूटिंग कौशल।
3प्रतियोगी परीक्षाओं और करियर काउंसलिंग के लिए मार्गदर्शन: छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं और करियर काउंसलिंग के लिए प्रदान की गई सहायता।
4छात्र प्रगति (Student Progression):
प्लेसमेंट और उच्च शिक्षा: संस्थान से पास होने वाले छात्रों की प्लेसमेंट और उच्च शिक्षा में प्रगति।
5राज्य/राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में छात्रों की सफलता।
6छात्र भागीदारी और गतिविधियाँ (Student Participation and Activities):
खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार और पदक।
7विभिन्न प्रशासनिक, सह-पाठ्यक्रम और अतिरिक्त-पाठ्यक्रम गतिविधियों में छात्रों की भागीदारी।
8पूर्व छात्र सहभागिता (Alumni Engagement):
पूर्व छात्रों का पंजीकृत संघ जो संस्थान के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है, जैसे वित्तीय सहायता और अन्य समर्थन सेवाएँ।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है I
6गवर्नेंस, लीडरशिप और मैनेजमेंट: संस्थान की प्रशासनिक संरचना, नेतृत्व की गुणवत्ता, और प्रबंधन की प्रक्रियाएँ में नैक को क्या अपेक्षित है
NAAC  के अनुसार, गवर्नेंस, लीडरशिप और मैनेजमेंट में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
संस्थान की दृष्टि और नेतृत्व (Institutional Vision and Leadership):
1संस्थान की दृष्टि और मिशन के अनुसार प्रभावी नेतृत्व।
2नेतृत्व में विकेंद्रीकरण और सहभागी प्रबंधन।
3संस्थान की दीर्घकालिक और अल्पकालिक योजनाएँ।
4रणनीति विकास और कार्यान्वयन (Strategy Development and Deployment):
5संस्थान की रणनीतिक योजना और उसके कार्यान्वयन की प्रक्रिया।
6संस्थानिक निकायों का कार्य और नीतियाँ।
7ई-गवर्नेंस का कार्यान्वयन।
8शिक्षक सशक्तिकरण रणनीतियाँ (Faculty Empowerment Strategies):
9शिक्षकों के लिए कल्याणकारी उपाय।
शिक्षकों के लिए वित्तीय सहायता और व्यावसायिक विकास कार्यक्रम।
10प्रशासनिक प्रशिक्षण कार्यक्रम।
वित्तीय प्रबंधन और संसाधन जुटाना (Financial Management and Resource Mobilization):
11आंतरिक और बाह्य वित्तीय ऑडिट।
12गैर-सरकारी निकायों या व्यक्तियों से अनुदान।
संसाधनों का अनुकूल उपयोग।
13आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रणाली (Internal Quality Assurance System):
आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) की रणनीतियाँ।
गुणवत्ता सुधार के लिए नियमित ऑडिट और समीक्षाएँ।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है123.
7इंस्टीट्यूशनल वैल्यूज़ और बेस्ट प्रैक्टिसेज: संस्थान की नैतिकता, सामाजिक जिम्मेदारी, और सर्वोत्तम प्रथाएँ में नैक को क्या अपेक्षित है
NAAC के अनुसार, इंस्टीट्यूशनल वैल्यूज़ और बेस्ट प्रैक्टिसेज में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
संस्थागत मूल्य और सामाजिक जिम्मेदारियाँ (Institutional Values and Social Responsibilities):
1लैंगिक समानता (Gender Equity): लैंगिक संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए योजनाएँ और सुविधाएँ।
2पर्यावरणीय चेतना और स्थिरता (Environmental Consciousness and Sustainability): वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का उपयोग, कचरा प्रबंधन, और जल संरक्षण।
3समावेशीता (Inclusiveness): दिव्यांगजन के लिए सुविधाएँ और समावेशी शिक्षा नीतियाँ।
4मानव मूल्य और नैतिकता (Human Values and Ethics): संवैधानिक दायित्वों के प्रति जागरूकता और नैतिक शिक्षा।
5सर्वोत्तम प्रथाएँ (Best Practices):
संस्थान द्वारा अपनाई गई दो सर्वोत्तम प्रथाओं का विवरण, जैसे वर्षा जल संचयन या सामुदायिक सेवा कार्यक्रम।
इन प्रथाओं के उद्देश्य, कार्यान्वयन, और परिणाम।
6संस्थागत विशिष्टता (Institutional Distinctiveness):
संस्थान की विशिष्ट विशेषताएँ जो इसे अन्य संस्थानों से अलग बनाती हैं।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है123.
8फाइनेंशियल मैनेजमेंट और रिसोर्स मोबिलाइजेशन: वित्तीय प्रबंधन और संसाधनों की जुटान में नैक को क्या अपेक्षित है
NAAC  के अनुसार, फाइनेंशियल मैनेजमेंट और रिसोर्स मोबिलाइजेशन में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
संसाधनों की जुटान (Resource Mobilization):
1संस्थान की रणनीतियाँ जो वेतन और शुल्क के अलावा अन्य स्रोतों से धन जुटाने पर केंद्रित होती हैं।
2सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों से अनुदान और वित्तीय सहायता प्राप्त करने के प्रयास।
3पूर्व छात्रों और परोपकारी व्यक्तियों से योगदान प्राप्त करने के लिए मजबूत नेटवर्किंग।
4संसाधनों का अनुकूल उपयोग (Optimal Utilization of Resources):
संसाधनों का कुशल और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने के लिए नीतियाँ और प्रक्रियाएँ।
5वार्षिक बजट की योजना और संसाधनों का वितरण।
6अनुसंधान और विकास (R&D) सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विशेष आवंटन।
7वित्तीय ऑडिट (Financial Audit):
आंतरिक और बाह्य वित्तीय ऑडिट का नियमित संचालन।
वित्तीय पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए ऑडिट रिपोर्ट।
8वित्तीय योजना और प्रबंधन (Financial Planning and Management):
वित्तीय योजना में विविधता और संसाधनों का केंद्रीकृत आवंटन।
9वित्तीय प्रबंधन समिति की भूमिका, जिसमें कुलपति, डीन, प्रबंधन प्रतिनिधि और वित्त अधिकारी शामिल होते हैं।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता हैI
9इंडस्ट्री इंटरफेस और प्लेसमेंट: उद्योग के साथ संबंध और प्लेसमेंट सेवाएँ में नैक को क्या अपेक्षित है
NAAC  के अनुसार, इंडस्ट्री इंटरफेस और प्लेसमेंट में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
1उद्योग के साथ संबंध (Industry Collaboration):
उद्योगों के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs) और सहयोग।
2उद्योगों के साथ संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएँ और परामर्श।
3उद्योग विशेषज्ञों द्वारा अतिथि व्याख्यान और कार्यशालाएँ।
4इंटर्नशिप और प्रशिक्षण (Internships and Training):
5छात्रों के लिए इंटर्नशिप और औद्योगिक प्रशिक्षण के अवसर।
6उद्योगों में छात्रों के लिए व्यावहारिक अनुभव और कौशल विकास।
7प्लेसमेंट सेवाएँ (Placement Services):
प्लेसमेंट सेल की स्थापना और संचालन।
8छात्रों के लिए करियर काउंसलिंग और मार्गदर्शन।
9प्लेसमेंट ड्राइव और कैंपस इंटरव्यू का आयोजन।
10उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार पाठ्यक्रम (Curriculum Aligned with Industry Needs):
उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार पाठ्यक्रम का अद्यतन और संशोधन।
11उद्योगों के साथ मिलकर कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन।
12उद्योग सहभागिता के परिणाम (Outcomes of Industry Interaction):
13प्लेसमेंट दर और औसत वेतन पैकेज।
14उद्योगों से प्राप्त फीडबैक और सुधारात्मक उपाय।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता हैI
10इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सिस्टम: आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रणाली में नैक को क्या अपेक्षित है
NAAC  के अनुसार, इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सिस्टम में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC):
1प्रत्येक मान्यता प्राप्त संस्थान में एक आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) की स्थापना।
2 IQAC की नियमित बैठकें और गुणवत्ता आश्वासन रणनीतियों और प्रक्रियाओं का संस्थानीकरण।
3शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया, संरचनाओं और संचालन की पद्धतियों की समीक्षा और समय-समय पर सुधार।
4वार्षिक गुणवत्ता आश्वासन रिपोर्ट (AQAR):
AQAR का समय पर प्रस्तुतिकरण, जो संस्थान की 5गुणवत्ता सुधार गतिविधियों का दस्तावेजीकरण करता है।
AQAR में संस्थान की गुणवत्ता सुधार के लिए की गई पहलों का विवरण।
6गुणवत्ता आश्वासन पहलों में भागीदारी:
अन्य संस्थानों के साथ सहयोगात्मक गुणवत्ता पहलों में भागीदारी।
7राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता ऑडिट/मान्यता जैसे NAAC, NBA, ISO प्रमाणन आदि में भागीदारी।
8गुणवत्ता सुधार के लिए फीडबैक:
9छात्रों, शिक्षकों, और अन्य हितधारकों से फीडबैक एकत्र करना, उसका विश्लेषण करना और सुधारात्मक उपाय करना।
10फीडबैक के आधार पर शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया में सुधार।
NAAC इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करते समय संस्थान की गुणवत्ता और छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है I

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