रेखा चित्र का स्वरूप और परिभाषा स्पष्ट कीजिए?
रेखाचित्र (Sketch) एक साहित्यिक विधा है जिसमें लेखक किसी व्यक्ति, वस्तु, घटना या दृश्य का सजीव और मर्मस्पर्शी वर्णन करता है। यह शब्द अंग्रेजी के ‘स्कैच’ का हिंदी रूपांतरण है। रेखाचित्र में लेखक अपने अनुभवों और संवेदनाओं को शब्दों के माध्यम से प्रस्तुत करता है, जिससे पाठक उस व्यक्ति या घटना को अपने सामने सजीव रूप में देख सके।
रेखाचित्र की परिभाषा:
1जय किशन प्रसाद खंडेलवाल के अनुसार, “गद्य का वह रूप जिसमें भाषा के द्वारा किसी व्यक्ति, वस्तु या घटना का चित्रण या मानसिक प्रत्यक्षिकरण किया जाता है, रेखाचित्र कहलाता है।”
2डॉ. नगेन्द्र के अनुसार, “ऐसी किसी भी रचना को रेखाचित्र की संज्ञा दी जा सकती है जिसमें तथ्यों का उद्घाटन मात्र हो।”
3डॉ. गोविन्द त्रिगुणायत के अनुसार, “रेखाचित्र वस्तु, व्यक्ति अथवा घटना का शब्दों द्वारा विनिर्मित वह मर्मस्पर्शी और भावमय रूप विधान है, जिसमें कलाकार का संवेदनशील हृदय और उसकी सूक्ष्म पर्यवेक्षण दृष्टि अपना निजीपन उड़ेलकर प्राण प्रतिष्ठा कर देती है।”
रेखाचित्र का स्वरूप: रेखाचित्र में लेखक किसी व्यक्ति, वस्तु या घटना का वर्णन इस प्रकार करता है कि पाठक उसे अपने सामने सजीव रूप में देख सके। इसमें लेखक की सूक्ष्म पर्यवेक्षण दृष्टि और संवेदनशीलता का महत्वपूर्ण योगदान होता है। रेखाचित्र में भाषा का प्रयोग अत्यंत सजीव और प्रभावशाली होता है, जिससे पाठक उस वर्णन को महसूस कर सके12.
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