जनसंचार का मनोरंजन विषयक योगदान-डॉ संघप्रकाश दुड्डे, हिंदी विभाग प्रमुख,संगमेश्वर कॉलेज सोलापुर

1)शिक्षा में संचार क्या है?
यह छात्रों के बीच संबंध बनाने और शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में संचार दक्षताओं और कौशल की भूमिका पर जोर देता है। शिक्षा में संचार महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीखने के परिणामों को बेहतर बनाता है, अपेक्षाओं को स्पष्ट करता है, तथा छात्रों और संकाय सदस्यों के बीच समुदाय और अपनेपन की भावना पैदा करता है।
2)जनसंचार मीडिया से आप का क्या समझते है और इसकी क्या उपयोगिता है?
उत्तर जनसंचार माध्यम सूचना के संप्रेषण, सामाजिक संपर्क, अभिव्यक्ति तथा परस्पर व्यवहार को महत्त्व प्रदान करने के उद्देश्य से संचालित किए जाते हैं। उत्तर 'माध्यम संचार' संचार का वह रूप है जो मीडिया अर्थात् प्रिंट मीडिया के अंतर्गत आने वाले दो माध्यमों का उल्लेख कीजिए। संचार माध्यमों की सहायता से किया जाता है।
3)मनोरंजन की मुख्य भूमिका क्या है?
थकान दूर होती है और देश के प्रति प्रेम में वृद्धि होती है। इस तरह मनोरंजन का मुख्य लक्ष्य व्यक्ति का पूर्ण विकास करना है । है । (2) पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण (Development of Whole Personality) - मनोरंजन उन लोगों के व्यक्तित्व के विकास में सहायतक है, जो इसकी क्रियाओं में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं।

4)मनोरंजन में संचार कैसे मदद करता है?
संचार ने विभिन्न माध्यमों के माध्यम से सूचना और मनोरंजन के प्रसार को सक्षम बनाया है। टेलीविज़न कॉमेडी, ड्रामा, खेल और रियलिटी शो के माध्यम से मनोरंजन प्रदान करता है और लोगों को अन्य संस्कृतियों का अनुभव करने का अवसर देता है। रेडियो संगीत, टॉक शो और लाइव स्पोर्ट्स कमेंट्री प्रसारित करता है।
5)मनोरंजन मीडिया की परिभाषा क्या है?
मीडिया और मनोरंजन उद्योग में फिल्म, टेलीविजन, रेडियो और प्रिंट शामिल हैं। इन खंडों में फिल्में, टीवी शो, रेडियो शो, समाचार, संगीत, समाचार पत्र, पत्रिकाएं और किताबें शामिल
6)मनोरंजन का शाब्दिक अर्थ क्या है?
मनोरंजन करना , मन बहलाना , मनोरंजन करना मतलब समय को सुखद ढंग से व्यतीत करना या व्यतीत करने का कारण बनना। मनोरंजन से तात्पर्य है कि व्यक्ति का ध्यान हल्के ढंग से लगा हुआ है। ध्यान भटकाना का अर्थ है चिंता या नियमित कार्य से ध्यान हटाना, विशेष रूप से किसी हास्यास्पद बात से।

7)मनोरंजन के साधन क्या थे?
मनोरंजन को मनोविनोद भी कहते हैं। प्राचीन काल में भी मानव मनोरंजन किया करता था। उस समय उसके मनोरंजन के साधन सीमित और कम थे। प्राचीन काल के मनोरंजन के साधन आखेट, कथा-कहानी, आपबीती, तैराकी, घुड़सवारी, पर्यटन, चौसर, खेल-तमाशे, कला, प्रदर्शन, नृत्य, संगीत, बाजे, गाना आदि थे।
8)मनोरंजन कितने प्रकार के होते हैं?
यह कई रूप ले सकता है, जिसमें फिल्में, टेलीविजन शो, संगीत, खेल, गेम्स और थिएटर शामिल हैं।

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