बुद्ध धम्म ही आदर्श जीवन मार्ग है-भदन्त करुणानन्द थेरो
सोलापुर मिलिंद व्याख्यानमाला में पूज्य भदन्त करुनानन्द थेरो जी अपनी बात रखते हुए बोले कि बाबा साहब अंबेडकर जी का सपना पूरा करने के लिए हमें मेहनत करनी चाहिए हमें जीवन के हर एक पहलू में बाबा साहब अंबेडकर जी का आदर्श साथ में रखना बहुत ही आवश्यक है जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक बाबा साहब अंबेडकर जी का विचार हमेशा हमेशा के लिए जीवन में एक नई पहचान बनाएगा आरंभ में भंते जी ने सभी उपासिकों को त्रिशरण पंचशील प्रदान कर दिया अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर जी की जीवन की आचार संहिता आदर्श जीवन पद्धति बहुत जीवन पद्धति यह है कि हम जब तक बौद्ध धर्म के सिद्धांतों का बहुत धमाके नितिन इमो का ठीक ढंग से अध्ययन नहीं करेंगे तब तक उसे हमें समझना बहुत ही कठिन होगा इसलिए हर रविवार को बुध विहार में आना यह बाबा साहब का कहना हमें मानना पड़ेगा बाबा साहब अंबेडकर जी की विचारधारा को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें बाबा साहब के विचारों को आदर्श मानकर उनकी जीवन पद्धति को अपनाना बहुत ही आवश्यक है 1956 में बाबा साहब अंबेडकर ने हमें दिया है पाली भाषा के गाथाओं का उच्चारण हमें सही ढंग से करना चाहिए जब तक हम सही ढंग से उसका उच्चारण नहीं करेंगे तब तक उसका उच्चारण हमें ठीक ढंग से नहीं आएगा आज तक हम इस बात को समझना बहुत ही आवश्यक है पाली भाषा हमारी प्राचीन भाषा है प्रति क्रांति होती रही और प्रति क्रांति में बौद्ध भिक्षु को मार दिया गया और बौद्ध भिक्षु अस्त व्यस्त हो गए बौद्ध धर्म इस प्रकार से इस दुनिया से हद पार कर दिया गया फिर से हमें धमकी विचारधारा को आगे ले जाने के लिए प्रयास करना चाहिए धर्म प्रचार प्रसार के लिए उपासिकों की फौज तैयार करनी चाहिए जामनेर प्रशिक्षण बौद्ध भिक्षु संघ को बुलाकर हमें धम्मा अधिवेशन धमक परिषदों का आयोजन करना बहुत ही आवश्यक है बहुत आचार संहिता बाबा साहब अंबेडकर जी को अभिप्रेत बौद्ध धर्म था आदर्श समाज था उस निर्मिती के लिए हमें प्रयास करना बहुत ही आवश्यक है जब तक हम इस प्रयास में आगे नहीं बढ़ेंगे तब तक हमें यह रहा यह मंजिल तय करनी होगी कि मैं जब तक बाबा साहब का सपना पूरा नहीं करूंगा तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा बाबा साहब का यह मिशन आगे ले जाने के लिए हमें संकल्प करना चाहिए आत्म परीक्षण करना चाहिए और जब तक हम बाबा साहब की विचारधारा को आगे ले जाने के लिए सैनिक बनकर आगे बढ़ेंगे तब तक यह कारवां आगे बढ़ता रहेगा बाबा साहब का रिश्ता सोलापुर से बहुत ही गहरा था वह हमेशा हमेशा सोलापुर आते थे और बाबा साहब अंबेडकर की जयंती सोलापुर की जयंती पूरे विश्व में प्रसिद्ध है तो हमें यह नारा इस प्रकार से बुलंद करना होगा आने वाले दिन बहुत ही कठिन है इसलिए हमें सजग होना बहुत ही आवश्यक है और बाबा साहब का कारवां आगे ले जाने के लिए हमें सतत प्रयत्नशील होना बहुत ही आवश्यक है इस प्रकार की विचारधारा पूज्य भदन्त करुणानन्दजी ने सारे समुदाय के सामने रखी हुतात्मा स्मृति मंदिर पूरा भरा था और उपासक उपाशी कहां है बाबा साहब अंबेडकर की विचारधारा को आत्मसात करने के लिए इस प्रकार का प्रयास कर रहे थे इसके लिए वह बहुत ही आनंदित हुए और अपनी वाणी से सारे उपासक उपासिकों को मंत्रमुग्ध किए
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