संगमेश्वर महाविद्यालय हिंदी विभाग द्वारा देशभक्ति गीतों का सांस्कृतिक कार्यक्रम 1 अप्रैल 2023

संगमेश्वर महाविद्यालय हिंदी विभाग द्वारा देशभक्ति गीतों का सांस्कृतिक कार्यक्रम 1 अप्रैल 2023 को गूगल मीट द्वारा ऑनलाइन आयोजित किया गया था आरंभ में हिंदी विभाग प्रमुख डॉ  संघप्रकाश दुड्डे ने  सभी कलाकारों का स्वागत किया /प्रास्ताविक भाषण में उन्होंने सभी महानुभाव के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट किया इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में पूरे भारतवर्ष से बहु संख्या में कलाकार उपस्थित थे /देश भक्ति गीत गायन में उपस्थित छात्र छात्राएं डॉ अपर्णा बेंगलोर,डॉ रतनकुमार बेंगलोर,डॉ राजकुमार कलबुर्गी,डॉ शोभा भासकर भालकी,आम्रपाली कलबुर्गी, वैशाली अगलावे,डॉ गोरख पानगले,डॉ सतिश पनहालकर डॉ बजरंग मेटिल ,जोति इगले,सुमन शर्मा, अर्चना शुक्ला, पूजा सिदगने,युवराज पवार, आदि ने गीत कविता शायरी प्रस्तुत की डॉ संघप्रकाश दुड्डे ने भी देश भक्ति के गीत प्रस्तुत किया /
देशभक्ति के गीतों से माहौल भर गया था/ ऐ मेरे वतन से लेकर कर्मा देशभक्ति के गीत और देश प्रेम से जगाने वाले गीतों से युवाओं में रैना जागे और देशभक्ति की जंग को आगे ले जाने की कसम गीतों के द्वारा दी गई यह शाम हमारे लिए महत्वपूर्ण था और रहेगा इस प्रकार का वादा छात्रों ने हमारे सम्मुख रखा/
 बेंगलुरु विश्वविद्यालय से डॉ रतन कुमार उपस्थित थे शोध छात्रा अपर्णा  गुलबर्गा बिदार भालकी से कर्नाटक से उपस्थित थे/ डॉ राजकुमार सोनकांबले कलबुर्गी से अपनी देशभक्ति की रचना उन्होंने प्रस्तुत की , वैशाली अगलावे सोलापुर से उन्होंने अपनी कविता प्रस्तुत की डॉ  बजरंग मेटिल ने भक्ति गीत प्रस्तुत किया साथ ही डॉ सतिश पनहालकर ,  डॉ राजकुमार  कलबुर्गी ने अपने देशभक्ति की भावना को प्रेरित करते हुए छात्रों के मन में देश प्रेम देश जागृति प्रकट करने का काम किया ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंखों में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुर्बानी इस गीत से देशभक्ति का माहौल पूरे कार्यक्रम में प्रभावित कर दिया कर्मा इस गीत से  हर करम अपना करेंगे ए वतन तेरे लिए दिल दिया है जान भी देंगे ए वतन तेरे लिए इस गीत से भी देशभक्ति की भावना प्रज्वलित किए गए कविता के माध्यम से डॉ रतन कुमार ने अपनी भावनाएं प्रकट की देश प्रेम बंधुता समता स्वतंत्रता न्याय की भावना को उजागर करने का प्रयास इस माध्यम से किया गया साथ ही साथ सारे छात्रों ने देश प्रेम की भावना को प्रेरित करने के लिए एकता की भावना को अखंड करने का प्रयास संगीत के माध्यम से हो सकता है संगीत हमें जीवन का आधार बना सकता है संगीत हमें जीवन की हर पहलुओं को आगे ले जा सकता है इस प्रकार की विचारधारा संगीत के माध्यम से छात्रों में जनजगृति करने का प्रयास किया गया इस कार्यक्रम में सुमन शर्मा, अर्चना शुक्ला, पूजा सिद्धगणे,युवराज पवार आदि छात्रों ने भी योगदान दिया/ प्रधानाचार्य डॉ राजेंद्र देसाई ,उप प्रधानाचार्य प्राध्यापक डीएम मैत्री जी का मार्गदर्शन तथा प्रेरणा से इस कार्यक्रम को सफलता की मंजिल तक पहुंचाया गया

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