आंबेडकरवाद - डॉ संघप्रकाश दुड्डे सोलापुर

आंबेडकरवाद    

डॉ संघप्रकाश दुड्डे
संगमेश्वर कॉलेज सोलापुर
हिंदी विभाग प्रमुख
smdudde@gmail. com
9766997174

प्रस्तावना - आंबेडकरवाद 
 भीमराव आंबेडकर के आदर्शों, विश्वासों एवं दर्शन से उदभूत विचारों के संग्रह को कहा जाता है, जो भारत के सामाजिक आन्दोलन के सबसे बड़े नेता  थे। यह ऐसे उन सभी विचारों का एक समेकित रूप है जो आंबेडकर ने जीवन पर्यंत जिया एवं किया था। जब किसी व्यक्ति या संस्थान को आंबेडकरवादी कहकर संबोधित करते हैं तो उसका तात्पर्य होता है तो वो व्यक्ती अथवा संघटन भीमराव आंबेडकर द्वारा स्थापित मानवी मूल्यों, आदर्शों तथा उनके विचारों का अनुपालन करनेवाला होता है। आंबेडकरवाद भीमराव आंबेडकर का दर्शन है। 
               अंबेडकरवादी विचारधारा में बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर जी की विचारधारा ही प्रधान है उसका मूल तत्व है पढ़ो संगठित बनो और संघर्ष करो यह अंबेडकरवादी विचारधारा का मूलभूत सिद्धांत है इस सिद्धांत के आधार पर पूरी मनुष्य जाति के लिए एक अच्छा संदेश इस मूल तत्व के द्वारा हमें प्राप्त होता है हर एक व्यक्ति के लिए शिक्षा अनिवार्य होनी चाहिए हर एक व्यक्ति को संगठित होना चाहिए हर एक व्यक्ति को अन्य अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करना ही चाहिए बाबा साहब अंबेडकर जी की विचारधाराओं पर चलने वाला हर समूह इस सिद्धांत को लेकर इस मूल तत्व कोलेकर आगे बढ़ेगा तो दुनिया में कोई भी व्यक्ति पीछे नहीं रहेगा हर कोई व्यक्ति शोषण से मुक्त होगा हर कोई व्यक्ति अपने भविष्य के निर्माण के लिए आगे बढ़ेगा अंबेडकरवादी विचारधारा मानवतावादी विचारधारा है अंबेडकरवादी विचारधारा मनुष्य को मनुष्यता का अधिकार प्रदान करने वाली विचारधारा है शोषण मुक्त समाज जाति विरहित समाज तथा समाज में चलने वाले दुष्ट विचारों को दूर करने वाली विचारधारा अंबेडकरवादी विचारधारा है अंबेडकरवादी विचारधारा समस्त मनुष्य जाति के उत्कर्ष के लिए चाय व्यक्ति किसी भी जाति धर्म पंथ संप्रदाय का क्यों न हो उस व्यक्ति के उत्कर्ष के लिए उसके विकास के लिए उसके अधिकारों के लिए लड़ने वाली विचारधारा संघर्ष करने वाली विचारधारा अंबेडकरवादी विचारधारा है अंबेडकरवादी विचारधारा में जो कोई भी व्यक्ति अपना कदम रखेगा उस व्यक्ति के लिए भी अंबेडकरवादी विचारधारा मुक्त विचारधारा की तरह ही है जिसमें कोई भी व्यक्ति किसी भी समय किसी भी प्रदेश से किसी भी देश से आकर अपनी विचारधाराओं को बुलंद कर सकता है अंबेडकरवादी विचारधारा में हमें मानवता स्वतंत्रता बंधुता न्याय की भावना हमें दिखाई देती है अंबेडकरवादी विचारधारा पर प्रस्तावित है बता के लिए तथा सामाजिक न्याय के पक्ष में अपना सारा वैभव अपना सारा जीवन जो कोई भी व्यक्ति समर्पित कर देता है तो तो वह अंबेडकरवादी विचारधारा के लिए महत्वपूर्ण कदम होता है अंबेडकरवादी विचार एक विचारधारा बनकर सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध कटिबद्ध है सामाजिक परिवर्तन करना समाज को बदलना समाज की विषमता वादी विचारधारा को बदलना मनुवादी विचारधारा वर्ण व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाना अंबेडकरवादी विचारधारा की मूल प्रेरणा है अंबेडकरवादी विचारधारा हमें जीवन के हर मोड़ पर चाय व्यक्ति कहीं पर भी हो अमीर हो गरीब हो उसके न्याय के पक्ष में उसके हक के पक्ष में उसका अन्याय अत्याचार दूर करने के लिए दूर करने के लिए कटिबद्ध है बाबा साहब अंबेडकर जी की विचारधारा मनुष्य में समग्र क्रांति समग्र बदलाव समय क्रांति अमूल आकर बदल करने की विचारधारा है अंबेडकरवादी विचारधारा हमें जीवन के हर मोड़ पर अलग अलग विचारधारा स्वतंत्रता प्रदान करती है अंबेडकरवादी विचारधारा में समय एक संदेश प्राप्त होता वह संदेश है अगर कोई व्यक्ति अन्य अत्याचार कर रहा है तो उसका प्रतिकार करना अंबेडकरवादी विचारधारा की प्रमुख मांग है यानी कि अन्य सहन न करना बल्कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना यह अंबेडकरवादी प्रवृत्ति है अंबेडकरवादी विचारधारा में हमें संघर्ष तथा अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने की मूल चेतना मूल भावना हमें दिखाई देती है अंबेडकरवादी विचारधारा स्वतंत्रता के लिए बंधुता के लिए न्याय के लिए क्षमता स्थापित करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर देती है अंबेडकरवादी विचारधारा को अपनाने वाला हर कोई व्यक्ति अपने जीवन के हर पल को साहित्य हो काव्य हो समीक्षा को संभाल समालोचना हो उसके द्वारा अंबेडकरवादी विचारधारा में पलने वाला हर कोई व्यक्ति सामाजिक बदलाव के लिए कटिबद्ध होकर अपना सारा योगदान देता है बाबा साहब अंबेडकर की विचारधारा ही अंबेडकरवादी विचारधारा है इसे हमने पहले देखा है फिर भी अंबेडकरवादी विचार हमें सामाजिक एकता के लिए राष्ट्रीय एकता के लिए बंधुता के लिए कटिबद्ध होता है अंबेडकरवादी विचारधारा हमें समता बंधुता न्याय के पक्ष में अपना आवाज बुलंद करने के लिए समूह के लिए अपने लोगों को जागृत करने के लिए प्रेरित करता है अंबेडकरवादी विचार देश के लिए महत्वपूर्ण है अंबेडकरवादी विचार हमें प्रेरित करता है कि मैं प्रथम भारतीय हूं और अंतरा में भारतीयों यह वाक्य बाबा साहब अंबेडकर जी की विचारधारा से आया है इस विचार से यह कहना चाहते हैं कि हम सबसे पहले भारतीय हैं उसके बाद हम किसी जाति के हैं आज उल्टा होता यह है कि हम जाति का अभिमान करते हैं गर्व से कहो हम यह है गर्व से कहो हम यह है इसके बजाय लोग कहते नहीं कि हम भारतीय गर्व से कहो कि हम भारतीय हैं इस प्रकार का नारा नहीं दिया जाता जो कि बाबा साहब अंबेडकर जी ने जो नारा दिया कि मैं प्रथम भारतीय हूं मैं अंता भी भारतीय ही हूं यह बात हर एक व्यक्ति के मन में आना बहुत ही आवश्यक है हर एक व्यक्ति भारतीयता का नारा देगा भारतीय अखंडता के लिए राष्ट्रीय एकता के लिए राष्ट्रीय सम्मान के लिए राष्ट्र बुद्धार के लिए अपना योगदान देता है तो अंबेडकरवादी विचारधारा प्रेरित होकर हर कोई व्यक्ति इस विचारधारा को आगे ही ले जाएगा इसलिए मानव मुक्ति संदेश अंबेडकरवादी विचारधारा से हमें प्राप्त होता है हर कोई भारतीय अंबेडकरवादी विचारधारा को आगे ले जाने के लिए आगे आना चाहिए और इस देश में लोकतंत्र समता स्वतंत्र बंधुता अन्याय इस मूल्य को प्रतिस्थापित करने के लिए अंबेडकरवादी विचारधारा लोगों में चेतना बढ़ाएगी लोगों में अपनापन बढ़ाएगी इसमें कोई संदेह नहीं है

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

10 New criteria of NAAC and its specialties - Dr. Sangprakash Dudde, Sangameshwar College Solapur

जन संचार की परिभाषा ,स्वरूप,-डॉ संघप्रकाश दुड्डेहिंदी विभाग प्रमुख,संगमेश्वर कॉलेज सोलापुर (मायनर हिंदी)

काल के आधार पर वाक्य के प्रकार स्पष्ट कीजिए?