भारतीय एकात्मता
भारतीय एकात्मता आज केवल आवश्यकता बन गई है आज हम देख रहे हैं पूरे भारतवर्ष में हर कोई अपने आप में खो चुका है एकता अखंडता के नाम केवल भारत में अनाचार अंधाधुन भी फैल रही है एकात्मता हमें अखंडता रखने हेतु भारत में बहुत ही आवश्यक है जाति धर्म पंथ ढेर सारे अमानुष भेदभाव दूर करके विषमता का भाव दूर करके एकात्मता की डोर खींचना बहुत ही आवश्यक है हमारे देश में आज भी एकात्मता केवल कागज पर भारतीय संविधान के अनुसार सारे भाई-बहन सारे धर्म समान कोई भी श्रेष्ठ नहीं है कोई भी पूछा नहीं है फिर भी आज हम देख रहे हैं हर कोई अपने-अपने नारे लगाकर देश की एकता अखंडता को कायम रखने हेतु प्रयास करने के बजाए अपना-अपना जयघोष कर रहा है भारतीय एकता की यह सबसे बड़ी आवश्यकता है कि हम सब मिलकर भारत को आगे ले जाए भारत की अखंडता को बनाए रखने हेतु हमारे नौजवानों ने जो योगदान दिया है उस योगदान को हमें याद रखना चाहिए
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