नव वर्ष सकंल्प 2020
नव वर्ष के उपलक्ष में बहुत सारे संकल्प मैंने किए हैं पहला संकल्प यह है कि इस वर्ष में इतना लिखूंगा इतना लिखूंगा लिखते लिखते मैं इतना पढ़ लूंगा पढ़ लूंगा कि ताकि मैं अपनी अध्ययन क्षमता को और ज्यादा मजबूत बना सकूं लिखते लिखते में समीक्षा लिखूंगा साधना करूंगा साहित्य की साधना करूंगा साथ ही साथ जितने भी मेरे सहयोगी दोस्त है उनके बारे में उनके किताबों के बारे में लिखूंगा संशोधन के छात्र में 2 छात्रों को मैं मार्गदर्शन कर रहा हूं उनके संशोधन में नयापन किस प्रकार से आएगा इस प्रकार की कोशिश लगातार करता रहूंगा जो भी साथी मेरे साथ जुड़ेंगे उनके साथ मिलकर मैं अपना काम करता रहूंगा साथ ही साथ आने वाले दिनों में एक ऐसा संकल्प मेरे मन में है कि मैं जो भी काम करूं उससे ही सच्ची लगन निष्ठा के साथ में काम करो उसमें किसी भी प्रकार की कठिनता ना आए मैं सारे दोस्तों से कहना चाहूंगा अगर मैं अपने जीवन में किसी के साथ अपशब्द कहे हो या किसी का मन दुखित हुआ हो उनके प्रति भी मैं एक प्रकार की आस्था प्रकट करना चाहता हूं कि मैं उनके प्रति मेरे मन में किसी भी प्रकार का भाव नहीं है मैं सारे दोस्तों के प्रति सारी जनता के प्रति मेरे मन में स्नेह है किसी के भी बारे में मेरे मन में क्रोध * तिरस्कार की भावना नहीं है मैं चाहता हूं कि सारे लोग सुखी रहें सभी लोग समृद्धि के साथ रहे सभी दुख मुक्त से दिए इसलिए मैं चाहता हूं कि आने वाले दिनों में सारे लोग साधना करें आनापान सती की साधना करें ध्यान भावना करें मैत्री भावना करें विपस्सना की साधना करें स्वयं को देखें वि यानी की विशेषताएं की देखना स्वयं को देखने की विधि जाने और साथ ही साथ सबका मंगल हो सबका कल्याण हो इस प्रकार की भावना हर एक के मन में पैदा हो इस प्रकार की आशा में करता रहता हूं और आने वाले दिनों में यह मेरा संकल्प होगा कि मैं सारे जीवो के प्रति सारे मैत्री भाव के प्रति सारे जितने भी सारे प्राणी मात्र हैं उनके प्रति मंगल कामना मेरे मन में है और रहेगी इस प्रकार की में आशा आने वाले दिनों में करना चाहता हूं शादी साथ साहित्य की सेवा करते करते मैं जितने भी प्राचीन खंडहर गुफाएं हैं उनको मैं देखना चाहता हूं देख चुका हूं और उसका समर्थन करने के लिए जितने भी सारे प्राचीन गुफा है शिलालेख है जिन शिलालेखों का वाचन नहीं हुआ है उन शिलालेखों को वाचन करने के लिए मैं अपनी जी जान लगा लूंगा और अपना पूरा का पूरा जीवन इन सारे नए संकल्प के साथ नई चेतना के साथ बाबा साहब अंबेडकर जी की जीवनधारा को उनकी मिशन को आगे ले जाने के लिए अपना जीवन समर्पित करने का मैं संकल्प करता हूं नमो बुद्धाय जय भीम धन्यवाद
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