मुझे लग रहा है

आज के भागदौड़ के जीवन में मनुष्य का जीवन बहुत ही सुरक्षित हो कर भी ऐसा लगता है कि हमें हमारे जीवन के प्रति तथा जीवन के लक्ष्य के प्रति हमें सजग होना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि आज का जीवन संघर्ष मनुष्य को अपनी अपनी सीमाओं तक अपने अपने विचार विमर्श तक आगे ले जाने के लिए सक्षम है फिर भी पल पल होने वाली घटनाओं के प्रति हमें ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है स्वयं के प्रति सजग होना भी हमें बहुत ही आवश्यक है आज हमारा जीवन इतना अनमोल बन गया है कि उस जीवन के प्रति हम जितने सच्चा होना चाहिए उतना हम होते नहीं इसलिए हमें पहचाना चाहिए कि हमारा लक्ष्य क्या है हम कहां जा रहे हैं हमें आगे क्या करना है हम किस मंजिल पर हैं हमारा लक्ष्य क्या होना चाहिए इसके प्रति भी हमें सोचना बहुत ही आवश्यक है आज के जीवन के लक्ष्य को हमें ध्यान में रखते हुए आज नहीं तो कल यह जमाना बदलेगा इस प्रकार का भाव भी हमारे मन में आना बहुत ही आवश्यक है इसलिए आज मुझे ऐसा लगता है कि सही मायने में जीवन अनमोल है उसे सुख दुख के साथ और आनंद के साथ जीना ही हमारा पुरुषार्थ होना चाहिए धन्यवाद

Comments

Popular posts from this blog

10 New criteria of NAAC and its specialties - Dr. Sangprakash Dudde, Sangameshwar College Solapur

काल के आधार पर वाक्य के प्रकार स्पष्ट कीजिए?

जन संचार की परिभाषा ,स्वरूप,-डॉ संघप्रकाश दुड्डेहिंदी विभाग प्रमुख,संगमेश्वर कॉलेज सोलापुर (मायनर हिंदी)