पूरे भारतवर्ष में आज हम देख रहे हैं हमें आज बुद्ध की विचारधाराओं की आवश्यकता है बुद्ध हमें शांति समता बंधुता न्याय की विचारधारा को मानवता को एकजुट रखने में बुद्ध की विचारधारा एक ना एक दिन पूरे विश्व को अमल करने जैसी है क्योंकि बुद्ध की विचारधारा किसी एक जाति धर्म संप्रदाय व्यक्ति विशेष के लिए नहीं है बुद्ध की विचारधारा पूरी मानव जाति के लिए है चाहे वह मानव किसी भी जाति धर्म वंश संप्रदाय का क्यों न हो उस व्यक्ति के लिए बुद्ध की विचारधारा है बुद्ध ने जो पंचशील आदि है पंचशील आ भी मानव जाति के कल्याण के लिए बुद्ध ने दिया है इसे हमें ध्यान में रखना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि बुद्ध के सामने न कोई जाती है बुद्ध के सामने ना कोई धर्म है बुद्ध के सामने केवल मनुष्य है मनुष्य का दुख दर्द बेचैनी पीड़ा दूर करना है बुद्ध का सबसे बड़ा लक्ष्य है यह चाहते हैं कि सारा विश्व शांति समृद्धि के साथ रहे इसीलिए पूरे भारतवर्ष में नहीं तो पूरे विश्व को बुद्ध की विचारधारा की आवश्यकता है धन्यवाद
काल के आधार पर वाक्य के प्रकार स्पष्ट कीजिए?
काल के आधार पर वाक्यों को मुख्यतः तीन प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है: वर्तमान काल, भूतकाल, और भविष्यकाल। प्रत्येक काल का वाक्य अपने समय के संदर्भ को दर्शाता है। आइए इन तीन प्रकारों के अंतर्गत आने वाले विभिन्न वाक्यों के प्रकारों को विस्तार से समझें: ### 1. वर्तमान काल (Present Tense) #### i. सरल वर्तमान (Simple Present) यह वाक्य वर्तमान समय में सामान्य रूप से होने वाली क्रियाओं को दर्शाता है। **उदाहरण**: - वह स्कूल जाता है। - मैं चाय पीता हूँ। #### ii. वर्तमान निरंतर (Present Continuous) यह वाक्य वर्तमान समय में जारी रहने वाली क्रियाओं को दर्शाता है। **उदाहरण**: - वह पढ़ाई कर रहा है। - वे खेल रहे हैं। #### iii. वर्तमान पूर्ण (Present Perfect) यह वाक्य अभी-अभी पूरी हुई क्रियाओं को दर्शाता है। **उदाहरण**: - मैंने खाना खा लिया है। - उसने अपना काम पूरा कर लिया है। #### iv. वर्तमान पूर्ण निरंतर (Present Perfect Continuous) यह वाक्य किसी क्रिया की निरंतरता को दर्शाता है जो वर्तमान समय में अभी भी जारी है। **उदाहरण**: - वह एक घंटे से पढ़ रहा है। - मैं सुबह से लिख र...
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