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Showing posts from September, 2022

विपश्यना आचार्य पूज्य सत्यनारायण गोयंका गुरुजी का स्मृति दिवस दानमय बुद्ध विहार सोलापूर में संपन्न

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विपश्यना आचार्य पूज्य सत्यनारायण गोयंका  गुरुजी का स्मृति दिवस मनाया* सोलापुर शहर  । 29.09.2022... विपश्यना आचार्य पूज्य सत्यनारायण गोयंका  गुरुजी के स्मृति दिवस के अवसर पर दानमय बुद्ध विहार, न्यू बुधवार पेठ, अंबेडकर नगर रमापती चौक सोलापुर में अनापान और विपश्यना ध्यान और धम्म चर्चा जैसी गतिविधियों का आयोजन किया गया।अनापान और विपश्यना ध्यान के बाद धम्म चर्चा के दौरान, किसान कांबले ने गुरुजी के साथ अपनी धम्म यात्रा का अनुभव सुनाया और उनके द्वारा किए गए विपश्यना प्रचार कार्य की जानकारी दी। रमेश खाड़े ने मानव जीवन में विपश्यना ध्यान के महत्व के बारे में बताया और सभी से विपश्यना शिविर करने का आग्रह किया। डॉ. प्रो. संघ प्रकाश दुड्डे द्वारा छात्र जीवन में अध्ययन के लिए विपश्यना ध्यान के क्या लाभ हैं,इस पर विस्तृत मार्गदर्शन देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से विपश्यना साधना शिबिर करने को प्रेरित करने की अपील की। साथ ही बीएसएनएल के अमित कांबले, राजेश तेलगांवकर, पोटफोडे, मंगल सूर्यवंशी ने भी अपने विचार व्यक्त किए. इस गतिविधि की सफलता के लिए दानमय  बुद्ध विहार क्षेत्र के सुकुमा...

संगमेश्वर में हिंदी साहित्य मंडळ का उदघाटन 14 सितंबर 2022

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संगमेश्वर कॉलेज में हिंदी मंडळ का उद्घघाटन 'राष्ट्र वंदना' ,'राष्ट्र वाणी ' भित्ति पत्रिका का विमोचन *  सोलापुर (दिनांक 14) संगमेश्वर महाविद्यालय में 14 सितम्बर के हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी मण्डल का उदघाटन प्रसिद्ध वक्ता  माणिक यादव द्वारा किया गया, जिसके बाद विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रकार के साहित्य के माध्यम से तैयार किये गये पोस्टर 'राष्ट्र वंदना' का भी महाविद्यालय में प्रकाशन किया गया। .आरंभ में वैशाली आगलावे ने सत्यम शिवम सुंदरम गीत प्रस्तुत किया/  इस अवसर पर हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. संघ प्रकाश दुड्डे, प्रो. दादासाहेब खांडेकर प्रो. शिवराज पाटिल व अन्य मंच पर थे। प्रारंभ में सरस्वती की पूजा की गई और दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्यातिथियों का महाविद्यालय द्वारा अभिनंदन किया गया। फिर माणिक यादव ने 'हांसी के गुब्बारे' विषय पर उपस्थिति में सभी का मनोरंजन किया। उन्होंने मनोरंजन के माध्यम से राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला। राष्ट्रभाषा का निष्कर्ष मराठी विभाग के प्रमुख प्रो. डॉ. सुहास पुजारी ने दिया। उन्होंने राष्ट्रभाषा के रूप में ...